छोलिया नृत्य के बीच ग्रामीण हिमालयन हाट का हुआ शुभारंभ
धारी। आरोही संस्था एवं क्षेत्रीय समुदाय के सहयोग से आयोजित 5 दिवसीय ग्रामीण हिमालयन हाट का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा ग्राम प्यूड़ा, रामगढ़ में किया गया।
उद्घाटन के दौरान, उन्होंने ऊना स्मृति वन, सतोली में स्व. रतन टाटा एवं स्व. डॉ. आर. एस. रावल की स्मृति में पौध रोपित किया। इसके बाद, हाट मेला प्रांगण में दीप प्रज्वलित कर पांच दिवसीय ग्रामीण हिमालयन हाट का औपचारिक शुभारंभ किया। उन्होंने विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, स्वायत्त समूहों, स्वयं सहायता समूहों, उद्यमियों और सरकारी स्टालों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम के दौरान, आरोही बाल संसार के बच्चों द्वारा छोलिया नृत्य एवं विभिन्न कुमाऊंनी लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए। मुख्य अतिथि ने आरोही की संक्षिप्त परिचय पत्रिका का विमोचन भी किया।
अपने संबोधन में, प्रो. बिष्ट ने हाट जैसे कार्यक्रम के माध्यम से संस्कृति एवं धरोहर के संरक्षण के प्रयासों की सराहना की और आरोही द्वारा स्थानीय समुदाय के सहयोग से आयोजित 21वें हाट को सहभागिता का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया। उन्होंने युवाओं एवं बच्चों से अपील करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी ही मूल्यों एवं धरोहर को संरक्षित करने में सक्षम है।
संस्था के अधिशासी निदेशक, डॉ. पंकज तिवारी ने उपस्थित जन समुदाय का स्वागत करते हुए बताया कि आरोही द्वारा संचालित स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, एवं प्राकृतिक संसाधन संरक्षण कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को धरातल पर परिलक्षित करने की दिशा में लगभग 500 गांवों में प्रयासरत हैं।
इस अवसर पर निर्मला जीना, पुष्पा नयाल, दीपा कबडवाल, चन्द्रशेखर, नरेन्द्र बिष्ट, यशपाल आर्य, देवेन्द्र नयाल, समिरन त्रिपाठी, कविकुमार, चन्द्रकला बिष्ट, बृजेश कुमार आदि उपस्थित रहे।