जैविक और अजैविक कूड़े के निस्तारण के बारे में जागरूकता जरूरी : राज्यपाल
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में वाइस एडमिरल (रि.) अनिल चावला व कैंट बोर्ड के सीईओ अभिनव सिंह ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को जल स्वच्छता और स्वच्छता में नवाचार कार्यक्रम ‘वॉश’ के सम्बन्ध में अभी तक किये गये कार्यों की जानकारी दी।
‘‘वॉश’’ द्वारा कई अभिनव कार्यक्रमों का संचालन किया गया है और वर्तमान में स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबन्धन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के सहयोगी संस्था के रूप में कार्य किये जाने की प्रक्रिया में है। राज्यपाल ने कहा कि हमें स्वच्छता अभियान को एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है जिसमें सभी हर वर्ग की भागीदारी आवश्यक है। लोगों को जैविक और अजैविक कूड़े के निस्तारण के बारे मे जागरूक करना बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा ‘‘वॉश’’ के सहयोग से स्वच्छता में नवाचार सेमिनार जल्द ही आयोजित किया जाएगा। इसमें स्वच्छता से संबंधित सभी हितधारकों को बुलाकर नवाचारों के बारे में जानकारी दी जाएगी और उपयुक्त नवाचारों को लागू किया जायगा। राज्यपाल ने कहा कि इसमें सभी एनजीओ और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे सामने जल स्वच्छता, प्लास्टिक और ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन चुनौती के रूप में है जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड को साफ-स्वच्छ रखने के लिए यह प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि ‘‘वॉश’’ के सहयोग से शून्य प्लास्टिक, कचरे से धन, स्वच्छता, पानी के पुर्नउपयोग सहित अन्य उत्कृष्ट नवाचारों को लागू किया जाएगा।